Indian Spices That Can Relieve Acidity in Hindi |
छह भारतीय मसालों के नाम जो आपको एसिडिटी और खट्टे डकारों से राहत दिला सकते हैं, जानिए... कैसे करें उपयोग? | Home Remedies for Acidity in Hindi
मसालेदार और स्वादिष्ट भोजन खाने से आनंद तो बहुत मिलता है और हो भी क्यों नहीं स्वादिष्ट भोजन खाना किसे पसंद नहीं होता, लेकिन क्या होता है की कई बार ज्यादा मसालेदार भोजन खाने से मनुष्य को कई तरह की शारीरिक समस्याएं और तकलीफ उत्पन्न हो जाती है! सभी जानते हैं कि मसालेदार भोजन खाने से अक्सर एसिडिटी और पेट संबंधित समस्याएं बढ़ जाती है और खाना खाने के लिए मन उदासीन रहता है! लेकिन क्या आप जानते हैं? इन्हीं मसालों में कुछ एक खास मसाले हैं जिनका सेवन करने से हम एसिडिटी और पेट संबंधित समस्याएं व खट्टे डकारों की समस्या से चुटकियों में छुटकारा पा सकते हैं!
TOTAL COOKING द्वारा प्रस्तुत लेख में हम आपको जानिए, 6 भारतीय मसाले जो दिला सकते हैं एसिडिटी से राहत | Indian Spices That Can Relieve Acidity in Hindi कुछ सामान्य इस्तेमाल में आने वाले भारतीय मसालों के नाम और उनके उपयोग करने के बारे में जानकारी बता रहे हैं जिनका इस्तेमाल करके आप मसालेदार भोजन खाने से उत्पन्न होने वाली समस्या जैसे एसिडिटी और खट्टे डकार इत्यादि से फौरन राहत पा सकते हैं! प्रस्तुत लेख में हम आपको उन छह मसालों के नाम बता रहे हैं और साथ ही किस तरह से आप उनका उपयोग करके तुरंत एसिडिटी और पेट संबंधी समस्या से राहत पा सकते हैं तो चलिए जानते हैं कि वह कौन से मसाले हैं? जो आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं!
हम रोजाना घर में मसालों का इस्तेमाल खाने में किसी न किसी रूप में करते ही हैं लेकिन उनकी सही जानकारी और इस्तेमाल के अभाव में हम उन मसालों का इस्तेमाल करने में असमर्थ रहते हैं! क्योंकि शायद ही आप जानते हो भारतीय मसालों में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं जिनका इस्तेमाल करने से हम अपने शरीर में उत्पन्न होने वाले कई प्रकार के विकारों को तुरंत ठीक कर राहत पा सकते हैं! आप अपनी रसोई में रोजाना इस्तेमाल होने वाले मसाले विभिन्न पाचन संबंधी समस्याओं जैसे अपच, एसिडिटी, पेट फूलना और कब्ज के इलाज में भी प्रभावी होते हैं इनका इस्तेमाल करके आप घर बैठे ही आसानी से राहत पा सकते हैं!
मसालों के नाम है
•जीरा पाउडर
•अदरक
•अजवाइन
•हरि इलायची
•दालचीनी
•हींग
तो आइए जानते हैं हम उक्त मसालों का इस्तेमाल किस तरह से कर सकते हैं और एसिडिटी प्रथा पाचन संबंधी समस्याओं से तुरंत राहत पा सकते हैं:
एसिडिटी और खट्टी डकारों से राहत पाने के लिए कैसे करें इन 6 भारतीय मसालों का उपयोग व सेवन:
1. जीरा (Jeera): Cumin seedsखाने में अधिकतर जीरे का इस्तेमाल किया जाता है और यह भोजन में स्वाद को बढ़ाता है! जीरा में मौजूद फाइबर अपच की समस्या के लिए रामबाण इलाज है! सदियों से भारतीय मसालों को भारतीय औषधीय चिकित्सा पद्धति में भी बखूबी इस्तेमाल किया जाता है!
जीरा (Jeera) Cumin seeds का सेवन कैसे करें?
एसिडिटी (Acidity) की समस्या होने पर आप 1 टेबलस्पून जीरा को मध्यम आंच पर भूनकर ठंडा कर लें और बिल्कुल बारीक पीस लें अब इसमें 1 टीस्पून शहद मिलाकर पेस्ट बना लें और खाली पेट खाएं इससे आपका हाजमा बिल्कुल चुस्त-दुरुस्त रहेगा और एसिडिटी और पेट संबंधी समस्याएं उत्पन्न नहीं होगी!2. अजवायन (Ajwain): Carom seeds
बहुत सारे बहुमूल्य औषधीय गुणों और पोषक तत्वों के साथ-साथ अजवाइन में प्रोटीन, फैट, फाइबर और मिनरल जैसे कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन और निकोटिनिक एसिड होते है! पेट में थोड़ी सी भी गड़बड़ी होने पर घरेलू इलाज (Home Remedies for Acidity in Hindi) के लिए हम फॉरेन अजवाइन का इस्तेमाल करते हैं! भारतीय आयुर्वेद में भी अजवाइन को पाचक औषधि के रूप में जाना जाता है और बहुत सारी औषधियों के निर्माण में अजवाइन का इस्तेमाल किया जाता है! कहा जाता है कि अजवाइन एक ऐसा मसाला है जो सैकड़ों प्रकार के भोजन (अन्न) को हजम करने में सक्षम होता है क्योंकि अजवाइन पाचक जूस के स्त्राव को बढ़ाने के साथ-साथ पाचक एंजाइम की सक्रियता को बढ़ाकर खाने को हजम करने की शक्ति को बेहतर करने में मदद करती है!
अजवायन (Ajwain) Carom seeds का सेवन कैसे करें?
पेट दर्द , पेट में ऐंठन, पेट फूलना अपच के सामान्य लक्षण हैं! इसलिए, यदि आपके भोजन के बीच लंबा अंतराल है, आप भोजन नहीं कर पाएं है या किसी समारोह या पार्टी में ज्यादा खा लिया है तो चिंता ना करें इसके लिए आप 5-7 बूंदे अजवाइन अर्क को गुनगुने पानी में डालकर मिक्स करने और खाना खाने के कुछ समय बाद ले सकते हैंअजवाइन में थाइमोल (Thymol) नामक एक आवश्यक तेल होता है, जो गैस्ट्रिक रस को छोड़ता है जिससे एसिडिटी से राहत मिलती है, इसके लिए आप एक कप गुनगुने पानी में अजवाइन डालें या बेहतर परिणाम के लिए आप इसे उबालकर जान ले और ठंडा होने पर सेवन करने से तुरंत लाभ मिलता है!
3. अदरक (Adrak): Ginger
अदरक का उपयोग भी पेट संबंधी समस्याओं के लिए सदियों से किया जा रहा है यदि एसिडिटी (Acidity के कारण आपका पेट फूलने लगा है और आपको बहुत तकलीफ हो रही है, तो तुरंत अदरक का उपयोग करने से आश्चर्यजनक लाभ मिलते हैं अदरक में पाया जाने वाला बहुमूल्य पोषक तत्व कार्मिनटिव (Carminative) आंतों की गैस को छोड़ते हैं, जिससे पेट फूलने की समस्या से शीघ्र राहत मिलती है!
अदरक (Adrak) Ginger का सेवन कैसे करें?
अगर के टुकड़े को अच्छी तरह से धोकर उसका रस निकाल ले और छानकर लगभग एक चम्मच के करीब सेवन करने से मोटापे की समस्या से भी राहत मिलती है और साथ ही पेट संबंधी समस्याओं में भी बहुत लाभदायक रहता है!4. हरी इलायची (Hari Elayachi): Green Cardamom
हरी इलायची का इस्तेमाल है रसोईघर में किया जाता है और यह एक प्राकृतिक तौर पर मिलने वाले माउथ फ्रेशनर के रूप में मिलने वाले मसाले के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसमें बहुमूल्य पोषक तत्व और तेल होते हैं, जो लार ग्रंथियों (Salivary Glands) को उत्तेजित करने का कार्य करते हैं और एसिडिटी के कारण पेट में होने वाली जलन को भी कम कर रहा प्रदान करती है! इसके अलावा हरी इलायची का सेवन करने से आप अपनी भूख को बढ़ाने में मदद पा सकते हैं! नियमित इलायची का सेवन करना पेट संबंधी समस्याओं के लिए लाभदायक रहता है!
हरी इलायची (Hari Elayachi) Green Cardamom का सेवन कैसे करें?
एसिडिटी की समस्या होने पर आप दो पीस हरी इलायची को तोड़कर एक कप पानी में उबालें और छान लें तथा थोड़ी देर ठंडा करने के बाद सेवन करने से जबरदस्त लाभ मिलते हैं और एसिडिटी की समस्या से शीघ्र फायदा होता है!5. दालचीनी (Dalchinni): Cinamon sticks
ज्यादातर दालचीनी का उपयोग भारतीय मसाला के रूप में बिरयानी और करीब व्यंजनों में स्वाद जोड़ने के लिए उपयोग किया जाता है हालांकि भारतीय आयुर्वेद में भी दालचीनी के जबरदस्त फायदे बताए गए हैं दालचीनी एक प्राकृतिक पाचन सहायक के रूप में काम करता है और हमारे शरीर में उत्पन्न होने वाली एसिडिटी खट्टे डकार इत्यादि पेट संबंधी समस्याओं को तुरंत शीघ्र करने में दालचीनी लाभकारी मानी जाती है!
दालचीनी (Dalchinni) Cinamon sticks का सेवन कैसे करें?
दालचीनी में बहुत सारे बहुमूल्य पोषक तत्व होते हैं और यह अवसर जैसी बीमारी को भी ठीक करने में कारगर साबित होती है दालचीनी में एक ऐसा पोषक तत्व पाया जाता है जो एसिडिटी को कम करने में मदद करता है और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में गुणकारी होती है!चीनी के बेहतरीन फायदे के लिए आप मसाला चाय का उपयोग कर सकते हैं इसके लिए आप दिन में दो बार एक कप दालचीनी वाली मसाला चाय का सेवन कर सकते हैं मसाला चाय बनाने के लिए आप एक कप पानी में 1 टीस्पून चाय पत्ती 3-4 पुदीना के हरे पत्ते और एक टुकड़ा दालचीनी का डालकर अच्छी तरह उबालें और छानकर मसाला चाय का सेवन करें!
6. हींग (Heeng): Asafoetida
एसिडिटी और खट्टे डकारों के इलाज के लिए हींग का भी इस्तेमाल सदियों से होता आया है हालांकि भारतीय रसोई में हींग का इस्तेमाल काफी किया जाता है और यह खाने में जबरदस्त स्वाद जोड़ता है! इसके अलावा जब भी आपको पेट संबंधी समस्या हो तो आप ही का सेवन कर समस्या का समाधान पा सकते हैं!
एक में पाए जाने वाले गुणों के कारण है या गैस अपच और एसिडिटी की समस्या के इलाज में भी कारगर रूप से कार्य करता है और शीघ्र लाभ प्रदान करता है!
हींग में पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory), कार्मिनेटिव (carminative) और पाचक गुण और पोषक तत्व के कारण यहां प्रभावी ढंग से रोग से लड़ने में सक्षम होता है और एक प्रभावी घरेलू उपचार (Home Remedies for Acidity in Hindi) के रूप में इस्तेमाल किया जाता है जो गैस्ट्रिक जूस के उत्पादन में सहायता करता है और पाचन शक्ति को बढ़ावा देता है!
हींग (Heeng) Asafoetida का सेवन कैसे करें?
एक चुटकी हींग में सोंठ का पाउडर और काला नमक मिलाएं और जब भी आपको पेट फूलना और अपच जैसी समस्या का सामना करना पड़े तो आप इसे एक गिलास पानी के साथ सेवन कर सकते हैं सामान्यता यदि आप खाना खाने के बाद उपरोक्त सामग्री को पानी के साथ सेवन करते हैं तो पेट संबंधी समस्याओं से राहत पा सकते हैं!आप उपरोक्त भारतीय मसालों का सेवन एसिडिटी या खट्टे डकार अथवा पेट संबंधी अन्य समस्याओं में भी कर सकते हैं क्योंकि इन मसालों का वर्णन हमारे भारतीय आयुर्वेद में विस्तार से बताया गया है! आशा करते हैं आप इस लेख से संतुष्ट होंगे और आपको पर्याप्त जानकारी मिली होगी!
FAQ: मसालों से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- यह भी ट्राई करें:
- •गिलोय का काढ़ा कैसे बनाएं?
- •कश्मीरी कहवा कैसे बनाएं? (winter special)
- •आयुर्वेदिक काढ़ा कैसे बनाएं?
- •घर में काढ़ा कैसे बनाएं? जानिए फायदे उपयोग और नुकसान
टोटल कुकिंग भारतीय शाकाहारी/मांसाहारी व्यंजन, हिमाचली व्यंजन, एक्सप्लोर हिमाचल, बेकरी, कॉन्टिनेंटल, सामान्य जानकारी आदि के बारे में है! हम आपको सीधे हमारे किचन से लघु वीडियो और स्टेप बाय स्टेप फोटो रेसिपी प्रदान करते हैं! दिलचस्प रेसिपी सीखें और अपनी प्रतिक्रिया हमारे साथ साझा करें!
TOTAL COOKING is all about Indian veg/non- veg recipes, Himachali Dishes, Explore Himachal, Bakery, Continental, General Information etc. We provide you with short videos and step by step photo recipes straight from our kitchen. Learn interesting recipes and share your feedback with us.
Thanks for great information..
जवाब देंहटाएंThankyou
हटाएंकृपया कमेंट बॉक्स में कोई भी स्पैम मैसेज न डालें!