क्या आप जानते हैं,दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान | Benefits Use & Side Effects of Cinnamon in Hindi
दोस्तों... नमस्कार, आज हम आपको एक ऐसे मसाले के बारे में विस्तार पूर्वक बता रहे हैं जो सामान्यता हर रसोई घर में आसानी से उपलब्ध होता है! यह एक ऐसा मसाला है जिसका इस्तेमाल भारतीय व्यंजन बनाने के अलावा आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी किया जाता है! इस भारतीय मसाले का नाम है दालचीनी!
TOTAL COOKING द्वारा प्रस्तुत आज के लेख में हम आपको दालचीनी के फायदे और नुकसान (Benefits Use & Side Effects of Cinnamon in Hindi) के बारे में विस्तार पूर्वक बता रहे हैं! विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक शोध के आधार पर यह पाया गया है की दालचीनी का सेवन करना मनुष्य के स्वास्थ्य जीवन के साथ-साथ अनेकों प्रकार की बीमारियों से बचाव में भी फायदेमंद साबित होता है! शायद ही आप दालचीनी से मिलने वाले फायदे उपयोग औषधीय गुण और नुकसान के बारे में जानते होंगे!
आज हम आपको विस्तार पूर्वक दालचीनी के बारे में बताने जा रहे हैं जैसे कि दालचीनी क्या है या कितने प्रकार की होती है और इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों में कैसे किया जाता है और साथ ही इससे होने वाले कौन-कौन से नुकसान हैं! आइए सबसे पहले जानते हैं:
1.दालचीनी क्या है? (What is Cinnamon in Hindi?) दालचीनी की तासीर कैसी होती है?(Dalchini ki Taseer)
दालचीनी पेड़ की बाहरी छाल से प्राप्त होने वाला एक मसाला है, इसका पेड़ सदाबहार होता है जो कि 10 से 15 मी तक ऊंचा होता है, यह लौरेसिई परिवार का है! यह श्रीलंका एवं दक्षिण भारत में बहुत ज्यादा मात्रा में पाई जाती है! इसकी छाल मसाले के रुप में इस्तेमाल की जाती है! इसमें एक अलग ही सुगन्ध होती है, यह स्वाद में मीठी तथा भूरे रंग की होती है! दालचीनी के फूल छोटे, हरे या सफेद रंग के होते हैं! भारतीय व्यंजन बनाने के अलावा, दालचीनी का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों को ठीक करने में किया जाता है!
दालचीनी की तासीर गर्म होती है! गर्म तासीर के कारण ही इसका इस्तेमाल सर्दियों में होने वाले खांसी जुखाम, पेट की चर्बी घटाने और मधुमेह से पीड़ित रोगियों के लिए फायदेमंद रहता है!
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दालचीनी का पेड़
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दालचीनी के फ़ूल और पते |
2.दालचीनी कितने प्रकार की होती हैं? और कौन-सी सबसे अच्छी है?(How many types of cinnamon are there? And which one is the best?):
दालचीनी मुख्यता चार प्रकार की होती है, जो निम्नलिखित है:
2.1 ट्रू दालचीनी व सीलोन दालचीनी/मैक्सिकन दालचीनी (Cinnamomum Zeylanicum)
2.2 इंडोनेशियन दालचीनी (Cinnamomum Burmanni)
2.3 वियतनामिज दालचीनी (Cinnamomum Loureiroi)
2.4 कैसिया दालचीनी/चाइनीज दालचीनी (Cinnamomum Aromaticum)
उपरोक्त सभी प्रकार की दालचीनी में सीलोन दालचीनी (Ceylon cinnamon) को सबसे अच्छा माना जाता है! या दालचीनी अपने स्वाद और गुणों के कारण बहुत महंगी होती है!
3.दालचीनी का वैज्ञानिक नाम क्या है?विभिन्न भाषाओं में दालचीनी को किन-किन नामों से जाना जाता है?(What is the Scientific name of Cinnamon? What is the name of Cinnamon in other languages):
वैज्ञानिक नाम (Scientific Name): Cinnamomum Verum (सिनामोमम वर्म), भारत में बोले जाने वाली अलग-अलग भाषाओं में दालचीनी को विभिन्न नामों से जाना जाता है, जो निम्नलिखित हैं:
अंग्रेजी नाम (English Name): (True Cinnamon (ट्रु सिनैमोन),Ceylon Cinnamon (सीलोन सिनामोन)
हिंदी नाम (Hindi Name): दालचीनी, दारुचीनी, दारचीनी
संस्कृत नाम (Sanskrit Name): त्वक्, स्वाद्वी, तनुत्वक्, दारुसिता, चोचम, वराङ्ग, भृङ्ग, उत्कट
गुजराती नाम (Gujrati Name) : Dalchini (दालचीनी),Taj (तज)
नेपाली नाम (Nepali Name): Daalchiinii (दालचीनी), Kukhiitagi (कुखीतगी)
पंजाबी नाम (Punjabi Name): Dachini (दाचीनी), Kirfa (किरफा)
तमिल नाम (Tamil Name) : Lavang pattai (लवंग पत्तै), Sepankizhangu (सेपनकीझंगु)
तेलगु नाम (Telagu Name) : Lavangamu (लवंगमु)
बंगाली नाम (Bengali Name) : Daruchini (दारुचीनी)
उड़िया नाम (Oriya Name): Dalochini (दालोचीनी), Daruchini (दारूचीनी)
कन्नड़ नाम (Kannada Name): Lavanga Chakke (लवङ्ग चक्के), TejaDalchini (तेजदालचीनी)
मराठी नाम (Marathi Name): Dalchini (दालचीनी)
मलयालम नाम (Malyalam Name) : Erikkolam (एरिकोलम), Varanam (वरनम)
अरबी नाम (Arabic Name): Darsini (दारसीनी), Qirfah (किर्फा), Qirfahesailaniyah (र्क्फाहेसेलेनीयाह)
पर्शियन नाम (Persian Name): Darchini (दारचीनी), Darchinisailaniyah (दारचीनीसेइलनीयाह), Talikhahe (तालीखाहे)
4.दालचीनी में कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं?What nutrients are in Cinnamon?
दालचीनी में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर और अन्य कई बहुमूल्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें कई एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल गुण मौजूद होते हैं जो शारीरिक रोग प्रतिरोधक शक्ति (इम्यूनिटी) बढ़ाने में बहुत ही फायदेमंद होते हैं!
5.दालचीनी कहां पाया या उगाया जाता है?Where is Cinnamon found or grown?
भारत में दालचीनी की खेती ज्यादातर दक्षिण-पश्चिमी भारत के समुद्र-तटीय और निचले पहाड़ी क्षेत्रों जैसे- तमिलनाडु, कर्नाटक एवं केरल में की जाती है! दालचीनी का पेड़ 10 से 15 मीटर तक ऊंचा और मध्यम आकार का होता है। इसके फूल छोटे, हरे या सफेद रंग के होते हैं तथा पत्ते चमकीले-हरे होते हैं! भारत में इसकी इसकी खेती जुलाई से लेकर दिसम्बर महीने तक की जाती है!
6.दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान (Benefits and side effects of Cinnamon in Hindi):
दालचीनी का सेवन बहुत सारी शारीरिक समस्याओं जैसे पाचनतंत्र संबंधी विकार, दांत दर्द व सिर दर्द, चर्म रोग, महिलाओं में होने वाली मासिक धर्म की परेशानी, दस्त से राहत पाने और टीवी जैसी भयंकर बीमारी में भी फायदेमंद साबित होता है! आइए जानते हैं दालचीनी से मिलने वाले फायदे और उनके उपयोग कौन-कौन से हैं:
6.1आंखों और नाक के रोग में फायदेमंद (Beneficial in diseases of eyes and nose):
आंख फड़कने की समस्या से राहत पाने के लिए दालचीनी का तेल आंखों की पलकों पर लगाने से आराम मिलता है और साथ ही आंखों की रोशनी भी बढ़ती है इसके साथ ही दालचीनी का इस्तेमाल नाक के रोग में भी इस्तेमाल किया जाता है इसके लिए दालचीनी (3.5 ग्राम) लौंग (550 मिलीग्राम)और सोंठ (2.5 ग्राम) को पानी में अच्छी तरह उबालकर छान लें और इसे दिन में तीन (लगभग 50 मिलीलीटर मात्रा) बार पीने से नाक के रोग में लाभ मिलता है!
6.2हिचकी की परेशानी से राहत पाने में फायदेमंद (Beneficial in getting relief from the problem of hiccups):
हिचकी का आना एक ऐसी समस्या है जो किसी को भी कभी भी हो सकती है! इस समस्या के समाधान के लिए भी आप दालचीनी का उपयोग कर सकते हैं! इसके लिए दालचीनी को पानी में उबालकर काढ़ा तैयार कर लें और लगभग 10 से 15 मिलीलीटर काढ़ा पीने से तुरंत आराम मिलता है!
6.3भूख बढ़ाने के लिए फायदेमंद (Beneficial for increasing appetite):
भूख बढ़ाने में भी दालचीनी का सेवन करना फायदेमंद साबित होता है इसके लिए आप शुंठी चूर्ण (10 ग्राम) , हरी इलायची (10 ग्राम ) तथा दालचीनी (10 मिलीग्राम) सभी को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर पाउडर बना लें और सुबह शाम भोजन करने से पहले लगभग एक चुटकी भर मात्रा में सेवन करें शीघ्र फायदा मिलेगा!
6.4उल्टी को रोकने के लिए फायदेमंद (Beneficial for stopping vomiting):
उल्टी को रोकने के लिए भी आप दालचीनी का उपयोग कर सकते हैं! इसके लिए दालचीनी और लौंग का काढ़ा बनाकर लगभग 10 से 15 मिलीलीटर मात्रा में सेवन करने से जल्द स्वस्थ लाभ मिलता है!
6.5दांत के दर्द से आराम पाने में फायदेमंद(Beneficial in relieving toothache):
जिन लोगों को दांत में दर्द की शिकायत रहती है, वे लोग दालचीनी का फायदा ले सकते हैं। दालचीनी के तेल को रूई से दांतों में लगाएं। इससे आराम मिलेगा।
दालचीनी के 5-6 पत्तों को पीसकर मंजन करें। इससे दांत साफ, और चमकीले हो जाते हैं!
दालचीनी के फायदे और नुकसान (Benefits Use & Side Effects of Cinnamon in Hindi
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6.6सिर दर्द से आराम पाने में फायदेमंद (Beneficial in getting relief from headache):
सिर दर्द की समस्या होना आम बात है, इस समस्या के लिए भी दालचीनी का सेवन करना फायदेमंद साबित होता है! सिर दर्द की समस्या के लिए दालचीनी के 10-15 पत्तों को पीसकर लेप बना लें और माथे पर लगाने से सिर दर्द से आराम मिलता है साथ ही माथे पर ठंडक मिलती है! इसके अलावा आप दालचीनी के तेल से सिर पर मालिश करें तो सर्दी से होने वाली सिर दर्द से भी आराम मिलता है!
6.7खांसी और जुखाम से राहत पाने में फायदेमंद (Beneficial in getting relief from cough and cold):
खांसी के इलाज के लिए दालचीनी का प्रयोग करना फायदेमंद होता है। खांसी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए 1/2 चम्मच दालचीनी का पाउडर और 2 चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम सेवन कर खांसी से आराम मिलता है! इसके अलावा दालचीनी के पत्ते का काढ़ा बना कर लगभग 10 से 20 मिलीलीटर मात्रा में सेवन करने से खांसी और जुखाम जैसी समस्या ठीक हो जाती है!
6.8कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए फायदेमंद (Beneficial for lowering cholesterol):
बहुत से लोगों के शरीर का वजन अधिक होता है और मोटापे से परेशान रहते हैं तथा अपना मोटापा और वजन को कम करने के लिए कई तरह के उपाय और दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं! आप भी मोटापे की समस्या को कम करने में दालचीनी का सेवन करके फायदा ले सकते हैं! इसके लिए एक कप सादा पानी में दो चम्मच शहद तथा तीन चम्मच दालचीनी का पाउडर मिलाकर घोल तैयार कर लें और रोजाना दिन में तीन बार सेवन करें इससे कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है और शीघ्र लाभ पा सकते है!
6.9प्रसव के बाद दालचीनी के सेवन फायदेमंद (Benefits of consuming cinnamon after delivery):
महिलाओं के प्रसव के बाद दालचीनी का सेवन फायदेमंद रहता है! इसके लिए त्रिकटु, पीपरामूल, दालचीनी, इलायची, तेजपता तथा अकरकरा लें! इनके 1-2 ग्राम चूर्ण को शहद के साथ सेवन करने से लाभ मिलता है और इससे मां बनने वाली महिलाओं के शारीरिक रोग ठीक हो जाते हैं!
6.10चर्म रोग में फायदेमंद (Beneficial in skin diseases):
चर्म रोग को ठीक करने के लिए शहद एवं दालचीनी को मिलाकर चर्म रोग वाली जगह पर लगाने से आराम मिलता है! नियमित इस्तेमाल करने पर थोड़े दिन बाद आप आएंगे की शरीर में होने वाली खाज-खुजली तथा फोड़े-फुन्सी सब ठीक होने लगेंगे!
दालचीनी के फायदे और नुकसान (Benefits Use & Side Effects of Cinnamon in Hindi
6.11बुखार में फायदेमंद (Beneficial in fever):
बुखार आने पर 1 चम्मच शहद में 5 ग्राम दालचीनी का पाउडर मिलाकर दिन में तीन समय सेवन करने से संक्रामक बुखार ठीक होता है!
6.12बहरेपन की समस्या में फायदेमंद (Beneficial in the problem of deafness):
कानों का बहरापन एक ऐसी समस्या है, जिसके कारण जीवन जीना मुश्किल हो जाता है! बहरेपन के इलाज में भी दालचीनी से फायदा मिलता है इसके लिए दालचीनी के तेल की नियमित रूप से दो-दो बूंद डालने पर बहरेपन की समस्या में लाभ होता है!
6.13फेफड़ों या गर्भाशय से रक्तस्राव रोकने में फायदेमंद (Beneficial in stopping bleeding from the lungs or uterus):
फेफड़ों या गर्भाशय से रक्तस्राव हो रहा है तो दालचीनी का काढ़ा बनाकर दिन में तीन बार लगभग 10 से 20 मिलीलीटर मात्रा में पीने से लाभ पहुंचता है इसके अलावा
शरीर के किसी भी अंग से रक्तस्राव होने पर एक चम्मच दालचीनी पाउडर को एक कप पानी के साथ 2-3 बार सेवन करें!
6.14टीबी में दालचीनी का सेवन फायदेमंद (Use of cinnamon is beneficial in TB):
टीवी एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जिससे बहुत सारे लोग पीड़ित हैं, टीबी के इलाज के लिए भी दालचीनी से लाभ मिलता है। टीबी से पीड़ित मरीज को दालचीनी के तेल को थोड़ी मात्रा में पीना है! इससे टीबी के कीटाणु खत्म हो जाते हैं!
6.15गठिया की समस्या में फायदेमंद (Beneficial in the problem of arthritis):
गठिया की समस्या से राहत पाने के लिए लगभग 10 ग्राम दालचीनी के पाउडर को 25 ग्राम शहद में मिलाकर पेस्ट बना ले और दर्द वाले स्थान पर धीरे-धीरे मालिश करें, इसके अलावा गुनगुने पानी में दालचीनी का पाउडर (2 ग्राम) और शहद(1 चम्मच ) मिला ले और इसे दिन में तीन बार सेवन करें गठिया रोग में शीघ्र लाभ मिलता है!
7.दालचीनी के नुकसान (Side Effects of Dalchini in Hindi):
दोस्तों हम सभी जानते हैं की यदि किसी वस्तु से हमें फायदा मिलता है तो साथ ही नुकसान भी होते हैं हालांकि दालचीनी का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद साबित होता है और इसे आयुर्वेद में औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है और भारतीय व्यंजन बनाने में भी दालचीनी को इस्तेमाल करते हैं लेकिन इसके सेवन से नुकसान भी हो सकता है जो निम्नलिखित प्रकार से हैं:
7.1 सिर दर्द की समस्या: दालचीनी का अत्यधिक मात्रा में सेवन करना सिर में दर्द का कारण बन सकता है!
7.2 गर्भवती स्त्रियों को ना दें: दालचीनी गर्भवती स्त्रियों को नहीं देनी चाहिए, क्योंकि यह गर्भ को गिरा सकती है, अतः गर्भवती स्त्रियों को दालचीनी का सेवन करने से पहले डॉक्टरी परामर्श जरूर लेना चाहिए!
7.3 गर्भ गिरने का खतरा: दालचीनी को गर्भाशय में भी रखने से भी गर्भ के गिरने का खतरा रहता है!
इसलिए दालचीनी के नुकसान से बचने के लिए इस्तेमाल करने से पहले चिकित्सक परामर्श जरूर ले और चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही दालचीनी का सेवन करना चाहिए!
अस्वीकरण:
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सुनील कुमार SHANDIL
होटल मैनेजमेंट संस्थान, हमीरपुर
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