कैप्टन विक्रम बत्रा का जीवन परिचय | Captain Vikram Batra Biography in Hindi

 
विक्रम बत्रा का जीवन परिचय | Captain Vikram Batra Biography in Hindi
Captain Vikram Batra Biography 

कैप्टन विक्रम बत्रा की जीवनी, कहानी, मूवी, पुण्यतिथि, बलिदान दिवस, कारगिल युद्ध- Captain Vikram Batra Biography, Biopic movie in Hindi (WifeDeathKargil StoryEssay)

वर्ष 1999 में हिमालय की चोटियों पर लड़ी गई भारत-पाकिस्तान की कारगिल युद्ध के बारे में सभी जानते हैं और इस युद्ध को जीतने में भारतीय आर्मी के जांबाज वीरों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर किए है! कारगिल युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हिमाचल प्रदेश के कैप्टन विक्रम बत्रा किसी परिचय के मुहताज नहीं है! कैप्टन विक्रम बत्रा (Captain Vikram Batra Biography) ने कारगिल युद्ध में मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़ते हुए शहीद हुए हैं! हाल ही में उनके जीवन पर बनी फिल्म शेरशाह रिलीज होने के बाद उनकी बहादुरी के चर्चे हो रहे हैं कि कैसे पाकिस्‍तान ने धोखे से जब 1999 कारगिल के युद्ध में कई भारतीय चोटियों पर अपना कब्जा जमा लिया था तो भारतीय सेना के जांबाज वीरों ने उन चोटियों से कब्जा मुक्त कराने के लिए ऑपरेशन विजय शुरू किया था और इसी ऑपरेशन विजय युद्ध के दौरान कैप्टन विक्रम बत्रा ने सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी!


TOTAL COOKING द्वारा प्रस्तुत लेख में हम आपको  कैप्टन विक्रम बत्रा की जीवनी, कहानी, निबंध, मूवी | Captain Vikram Batra Biography in Hindi, हिमाचल प्रदेश के कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोग्राफी बता रहे हैं! 1999 में हुए भारत पाकिस्तान कारगिल युद्ध के दौरान हिमाचल के जांबाज बहादुर कैप्टन विक्रम बत्रा ने इस युद्ध में निर्णायक भूमिका निभाते हुए पाकिस्तान द्वारा कब्जाई गई चोटियों को मुक्त कराने में शहीद हुए थे और भारत सरकार द्वारा मरणोपरांत कैप्टन विक्रम बत्रा को सर्वोच्च और सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया है!


हम अपने जीवन में बॉलीवुड सेलिब्रिटी और बड़े-बड़े बिजनेसमैन के बारे में चर्चा करते हैं और पढ़ना पसंद करते हैं लेकिन क्या कभी आपने भारत देश के लिए अपने प्राण निछावर करने वाले सपूतों के बारे में पढ़ा है यदि नहीं तो आज हम आपके लिए हिमाचल प्रदेश के कैप्टन विक्रम बत्रा के बारे में बता रहे हैं! आज हम एक ऐसे वीर जवान की जीवन की प्रेरणादायक कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान देश के साथ आर्मी का भी नाम रोशन किया और मां भारती की रक्षा के लिए शहीद हुए आइए जानते हैं उनके जीवन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी और रोचक तथ्यों के बारे में...

कैप्टन विक्रम बत्रा का जीवन परिचय | Captain Vikram Batra Biography in Hindi
कैप्टन विक्रम बत्रा का जीवन परिचय 


कैप्टन विक्रम बत्रा की कहानी- (Captain Vikram Batra Biography,Wife, Kargil Story, Essay):

नाम ( Name):  कैप्टेन विक्रम बत्रा

निक नेम (Nick Name ): शेरशाह, कारगिल का शेर

जन्म तिथि (Date of Birth):  9 सितंबर, 1974

उम्र (Age):  24 साल

पिता का नाम (Father Name): गिरधारी लाल बत्रा

जन्म स्थान (Birth Place):  पालमपुर, हिमाचल प्रदेश, भारत (India)

राष्ट्रीयता (Nationality):  भारतीय

गृहनगर (Hometown):   पालमपुर, हिमाचल प्रदेश, भारत (India)

वजन (Weight):  उपलब्ध नहीं

कद (Height):   05फीट 08 इंच

आंखों का रंग (Eye Colour):  काला

बालों का रंग (Hair Colour):  काला

त्वचा का रंग (Skin Colour): फेयर

शिक्षा (Education):  विज्ञान विषय में स्नातक

कॉलेज (College):  डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़.अंग्रेजी में एमए करने के लिए पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ (MA पूरी नहीं)

राशि (Zodiac Sig):  कन्या

धर्म (Religion): हिंदू

जाति (Caste ):  उपलब्ध नहीं

पेशा (Profession):  आर्मी ऑफिसर

सर्विस/ब्रांच (Service/Branch):  भारतीय आर्मी

रैंक (Rank):  कैप्टेन

सर्विस के साल (Years of service):  सन 1996 से 1999 तक

यूनिट (Unit):  13 JAK RIF

वैवाहिक स्थिति (Marital Status):  अविवाहित

प्रसिद्धि (Famous): 1999 की कारगिल की लड़ाई में बलिदान देने के लिए ‘परमवीर चक्र’ से सम्मानित.

मृत्यु (Death):  7 जुलाई, 1999

मृत्यु स्थान (Place of Death):  सरहद क्षेत्र, पॉइंट 4875 कॉम्प्लेक्स, कारगिल, जम्मू एवं कश्मीर, भारत

मृत्यु कारण (Cause of Death):  शहादत


वीरभूमि हिमाचल के सपूत एवं कारगिल युद्ध में अद्भुत वीरता और साहस का परिचय देने वाले, परमवीर चक्र से सम्मानित कैप्टन विक्रम बत्रा जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन।देश की रक्षा के लिए उनके द्वारा दिया गया सर्वोच्च बलिदान हम सभी के लिए प्रेरणादायी है।


कैप्टन विक्रम बत्रा जन्म परिवार एवं शिक्षा- (Birth Family and Education):

•पिता का नाम: गिरधारी लाल बत्रा (सरकारी स्कूल में प्राध्यापक)

•माता का नाम: कमल कांता बत्रा (एक स्कूल टीचर)

•भाई: विशाल बत्रा

•बहन: सीमा एवं नूतन

•पत्नी: नहीं है

•मंगेतर (गर्लफ्रेंड): डिंपल चीमा (1995 – विक्रम की मृत्यु तक)


विक्रम बत्रा का जीवन परिचय | Captain Vikram Batra Biography in Hindi
कैप्टन विक्रम बत्रा के माता-पिता

देश के लिए शहादत का जाम पीना ऐसा जज्बा बहुत ही कम लोगों में होता है मातृभूमि के लिए रक्षा के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले हिमाचल प्रदेश के वीर सपूत कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म 9 सितंबर 1974 को पालमपुर में शिक्षक जीएल बत्रा और कमल कांता बत्रा के घर हुआ! विक्रम बत्रा जिनके पिता सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल के पद पर आसीन थे वहीं उनकी मां स्कूल टीचर थी! जीएल बत्रा के घर में दो बेटियों के बाद दो जुड़वा बेटों का जन्म हुआ था! माता कमल कांता जी धार्मिक विचारों वाली होने की वजह से अपने बच्चों का नाम लव और कुश यानी विक्रम और विशाल रखा! कैप्टन विक्रम बत्रा की स्कूली शिक्षा डीएवी स्कूल के बाद सेंटर स्कूल पालमपुर में हुई! स्कूल के दौरान ही सेना की छावनी में सेना के जवानों की गतिविधियों को बहुत नजदीक से देखते थे और उनकी वीरता की कहानियां भी खूब सुनते थे!


विक्रम बत्रा शुरू से ही खेल गतिविधियों में भी अब्बल थे और टेबल टेनिस के खिलाड़ी भी थे कई प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेते थे 12वीं के बाद विक्रम चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में विज्ञान विषय में स्नातक की पढ़ाई शुरू कर दी और कॉलेज के दिनों में ही एनसीसी एयर विंग में शामिल हो गए विक्रम बत्रा ने सी सर्टिफिकेट के लिए क्वालीफाई किया और 1994 में उन्होंने एनसीसी कैडेट के रूप में गणतंत्र दिवस की परेड में भाग लिया! हालांकि 1995 में उन्होंने एक शिपिंग कंपनी के साथ मर्चेंट नेवी के रूप में सिलेक्शन हुआ था हालांकि उन्होंने अपना इरादा बदल कर स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद अंग्रेजी विषय में एम. ए. करने के लिए चंडीगढ़ में ही पंजाब विश्वविद्यालय में दाखिला ले लिया!

कैप्टन विक्रम बत्रा सेना में शामिल- (Vikram Batra Join Army):

जब उन्होंने 1994 में एनसीसी कैडेट के रूप में गणतंत्र दिवस की परेड में भाग लिया तब देश के प्रति देशभक्ति का जज्बा उनके दिल में जागृत हुआ और वे भारतीय सेना में शामिल होने के बारे में अपने माता-पिता को बताया हालांकि उनका चयन हांगकांग की एक शिपिंग कंपनी में मर्चेंट नेवी के रूप में हुआ था परंतु उन्होंने अपना इरादा बदल कर भारतीय सेना में शामिल होने के लिए अपना मजबूत इरादा बना लिया था! अपने एमए करने के दौरान ही उन्होंने कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज की परीक्षा को पास करने के लिए तैयारी में जुट गए और पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने ट्रैवल एजेंसी में पार्ट टाइम ब्रांच मैनेजर के रूप में नौकरी भी की! 1996 में उन्होंने सीडीएस की परीक्षा दी और उनका इलाहाबाद के सेवा चयन बोर्ड में चयन हो गया! सैन्य अकादमी की ट्रेनिंग के लिए 35 उम्मीदवारों का चुनाव हुआ था जिनमें से 1 नाम हिमाचल प्रदेश के वीर सपूत विक्रम बत्रा का भी था! भारत माता के प्रति देशभक्ति इतनी अधिक थी की कैप्टन विक्रम बत्रा ने कॉलेज छोड़कर भारतीय सैन्य अकादमी ज्वाइन करना उचित समझा!

कैप्टन विक्रम बत्रा का जीवन परिचय | Captain Vikram Batra Biography in Hindi
कैप्टन विक्रम बत्रा मंगेतर, गर्लफ्रेंड के साथ


कैप्टन विक्रम बत्रा मंगेतर, गर्लफ्रेंड- (Fiance, Girlfriend, Dimple Cheema):

कारगिल युद्ध से पहले होली की छुट्टियों के दौरान बत्रा अपने घर आए थे उसमें उनकी मंगेतर डिंपल चीमा से अपने पसंदीदा कैफे में मिले थे उसमें कारगिल युद्ध चला हुआ था और उनकी मंगेतर डिंपल को उनकी बहुत चिंता हो रही थी और कारगिल युद्ध के दौरान विक्रम को अपना ध्यान रखने के लिए कहा था तो उसमें विक्रम बत्रा के मुंह से बस यही निकला था.....

 " कि या तो मैं अपनी जीत का तिरंगा लहराता हुआ आऊंगा या फिर उस तिरंगे में अपनी आंख मूंदे लिपट कर आऊंगा"!

 

कैप्टन विक्रम बत्रा की जीवनी, कहानी, निबंध, मूवी | Captain Vikram Batra Biography in Hindi
कैप्टन विक्रम बत्रा ट्रेनिंग, पोस्टिंग और करियर


कैप्टन विक्रम बत्रा ट्रेनिंग, पोस्टिंग और करियर-  (Training, Posting or Career):

सन 1996 में कैप्टन विक्रम बत्रा मानेकशॉ बटालियन IMA में शामिल हो गए! प्रशिक्षण और अभ्यास के बाद उन्होंने 6 दिसंबर 1997 को 19 महीने की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद आईएमए (IMA) से स्नातक की डिग्री प्राप्त की! विक्रम बत्रा का प्रशिक्षण पूरा हो चुका था और अब उन्हें जम्मू-कश्मीर राइफल्स ने लेफ्टिनेंट के रूप में पैर में बटालियन के साथ उन्हें नियुक्त किया और 1 महीने के  प्रशिक्षण के लिए जबलपुर, मध्य प्रदेश भेजा गया!
बत्रा का प्रशिक्षण पूरा होने उपरांत उन्हें जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले में स्थित सोपोर में भेज दिया गया जहां पर बहुत ज्यादा आतंकवादी गतिविधियां चल रही थी! उसके बाद उनका प्रशिक्षण यहीं नहीं रुका उन्हें यंग ऑफिसर कोर्स पूरा करने के लिए 5 महीने की अवधि के लिए इन्फेंट्री स्कूल भेज दिया गया! कोर्स पूरा होने के उपरांत बत्रा को अल्फा ग्रेडिंग से सम्मानित कर वापिस जम्मू बटालियन ने देश की सेवा के लिए भेज दिया गया!


कैप्टन विक्रम बत्रा कारगिल युद्ध में योगदान- (Kargil Story of Capton Vikram Batra):

1999 में भारत पाकिस्तान के मध्य हुए कारगिल युद्ध के दौरान कैप्टन विक्रम बत्रा को उनके अदम्य साहस और वीरता के लिए जाना जाता है उनकी वीरता कुछ ऐसी थी जिन्होंने कारगिल युद्ध में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर मातृभूमि के लिए शहादत का जाम पिया था! अपनी छुट्टियां पूरी कर जब वे वापस सोपोर अपनी बटालियन ज्वाइन करने आए तब उनकी बटालियन को शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश की तरफ जाने के लिए कहा गया और विक्रम बत्रा (Capton Vikram Batra) ने अपनी बटालियन 8 माउंटेन डिवीजन के 192 माउंटेन ब्रिगेड के तहत आतंकवादियों का सफाया करने का कार्यकाल जम्मू में पूरा कर लिया था!

 
इस युद्ध के दौरान 20 जून 1999 को कमांडर डेल्टा कंपनी के कैप्टन विक्रम बत्रा को प्वाइंट 5140 पर ऑपरेशन VIJAY के दौरान हमला करने की जिम्मेदारी सौंपी गई! पाक सेना ने भारतीय सेना के खिलाफ सेक्टर में मजबूत किलेबंदी कर रखी थी जिसमें स्वचालित हथियार प्रबलित है! बेहद दुर्गम क्षेत्र होने के बावजूद विक्रम बत्रा ने अपने साथियों के साथ सुबह तीन बजकर 30 मिनट पर इस चोटी को अपने कब्ज़े में ले लिया। कैप्टन विक्रम बत्रा ने जब इस चोटी से रेडियो के जरिए अपना विजय उद्घोष यह दिल मांगे मोर कहा तो सेना ही नहीं बल्कि पूरे भारत में उनका नाम छा गया। इसी दौरान विक्रम के कोड नाम शेरशाह के साथ ही उन्हें कारगिल का शेर की भी उपाधि दी गई!

कैप्टन विक्रम बत्रा की बहादुरी के बाद 7 जुलाई 1999 को पॉइंट 4875 की छोटी को कब्जे में लेने का अभियान भी विक्रम और उनकी टुकड़ी को पूरा करने के लिए सौंपा गया! इस अभियान को बुरा करने वाला रास्ता भी बहुत ही खतरनाक और दुर्गम था क्योंकि वहां पर दोनों तरफ खड़ी ढलान थी और एकमात्र रास्ता था जहां पर शत्रुओं ने पूरी तरह से नाकाबंदी कर रखी थी। इसके बावजूद भी संकरे रास्ते से होते हुए कैप्टन विक्रम बत्रा ने अपने पूरे जोश के साथ, दस्ते को लेकर शत्रु के ठिकाने पर पहुंचकर आक्रमण का निर्णय लिया और उस आक्रमण के दौरान पॉइंट ब्लैक रेंज में पांच शत्रुओं को विक्रम बत्रा और उनकी टीम ने मार गिराया था!

कैप्टन विक्रम बत्रा की जीवनी, कहानी, निबंध, मूवी | Captain Vikram Batra Biography in Hindi
कैप्टन विक्रम बत्रा बलिदान, निधन, पुण्यतिथि

कैप्टन विक्रम बत्रा बलिदान, निधन, पुण्यतिथि (Captain Vikram Batra Sacrifice, Death, Death Anniversary):

कारगिल युद्ध के दौरान विक्रम बत्रा को काफी गहरे जख्म आए थे उसके बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और रेंगते हुए शत्रु के ऊपर बड़े ग्रेनेड फेंक दिए! युद्ध के दौरान बहुत सारे शत्रु विक्रम बत्रा द्वारा फेंके गए ग्रेनेड की वजह से मारे गए थे और बहुत सारे इलाका नष्ट हो गया था! की तरह घायल होने के बाद भी कैप्टन विक्रम बत्रा ने हार नहीं मानी और अपनी सेना की टुकड़ी के साथ आगे बढ़कर शत्रु पर प्रहार करने के लिए अपने जांबाज साथियों को प्रेरित किया! लेकिन गोलीबारी तथा अत्यधिक गहरे जख्मों की वजह से अंततः कैप्टन विक्रम बत्रा ने उसी स्थान पर अपने प्राण त्याग दिए और देश की सुरक्षा के लिए शहादत का जाम पिया!
इस तरह कैप्टन विक्रम बत्रा वीरगति को प्राप्त हुए परंतु अपनी आखिरी सांस तक देश के लिए लड़ते रहे!

कैप्टन विक्रम बत्रा का जीवन परिचय | Captain Vikram Batra Biography in Hindi
कैप्टन विक्रम बत्रा की शहादत पर उनके पिताजी भारत के राष्ट्रपति केआर नारायणन जी से परमवीर चक्र पुरस्कार (मरणोपरांत) प्राप्त करते हुए

कैप्टेन विक्रम बत्रा पुरस्कार एवं उपलब्धियां (Award and Achievement):

कैप्टन विक्रम बत्रा को वीरता के लिए निम्नलिखित सम्‍मान व पुरस्‍कार प्रदान किए गए हैं:
•कैप्टन विक्रम बत्रा को कारगिल युद्ध के दौरान वीरता के अपने विशिष्ट कार्यों के लिए  भारत सरकार द्वारा मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया.
•कैप्टन विक्रम बत्रा के सम्मान में प्वाइंट 4875 के ऐतिहासिक कब्जे के कारण पहाड़ को उनके सम्मान में बत्रा टॉप नाम दिया गया.

•कैप्टन विक्रम बत्रा के सम्मान में सेवा चयन केंद्र इलाहाबाद के एक हॉल का नाम विक्रम बत्रा ब्लॉक है.

•जबलपुर छावनी में एक आवासीय क्षेत्र को कैप्‍टन विक्रम बत्रा एन्क्लेव कहा जाता है.

•आईएमए में संयुक्त कैडेट मेस का नाम विक्रम बत्रा मेस है.

•नई दिल्ली के मुकरबा चौक और उसके फ्लाईओवर का नाम बदलकर शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा चौक कर दिया गया.

•चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में कैप्टन विक्रम बत्रा सहित युद्ध के दिग्गजों के लिए एक स्मारक है.

कैप्टन विक्रम बत्रा पर बनी फिल्म- (Biopic/Movie/Film on Captain Vikram Batra):

बॉलीवुड में भी कई प्रकार की देशभक्ति की फिल्में बनती हैं बॉर्डर फिल्म एक ऐसी ही फिल्म थी जिसमें भारतीय सेना के अदम्य साहस को दर्शाया गया है हाल ही में कैप्टन विक्रम बत्रा पर भी  शेरशाह फिल्म बनाई गई है 

•2013 में कारगिल युद्द के ऊपर आधारित एक फिल्म LOC कारगिल बनी थी जिसमे कैप्टन विक्रम बत्रा का किरदार अभिनेता अभिषेक बच्चन ने निभाया था!

•2021 की फिल्म शेरशाह में, सिद्धार्थ मल्होत्रा ने कैप्टन विक्रम बत्रा का किरदार निभाया है जिसे विष्णुवर्धन द्वारा निर्देशित और धर्मा प्रोडक्शंस और पेन इंडिया लिमिटेड द्वारा निर्मित की गई है!


FAQ:


Q : कैप्टेन विक्रम बत्रा कौन थे ?

Ans : भारतीय सेना के जांबाज आर्मी ऑफिसर

Q : कैप्टेन विक्रम बत्रा की पत्नी कौन है ?

Ans : विक्रम बत्रा की शादी नहीं हुई थी, लेकिन उनकी मंगेतर थी.

Q : क्या विक्रम बत्रा अभी जिंदा हैं ?

Ans : नहीं, विक्रम बत्रा शहीद हो चुके हैं.

Q : विक्रम बत्रा की मृत्यु कब हुई ?

Ans : 7 जुलाई, 1999 को

Q : विक्रम बत्रा के आखिरी शब्द क्या थे ?

Ans : जय माता दी

Q : विक्रम बत्रा की कहानी क्या है ?

Ans : कारगिल लड़ाई में अपने प्राणों का बलिदान देकर अपने साथियों की जान बचाई थी. मरण उपरांत उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया.

Q : विक्रम बत्रा की बायोपिक फिल्म/मूवी कौन सी है ?

Ans : शेरशाह









दोस्तों आपको TOTAL COOKING द्वारा प्रस्तुत की गई कैप्टन विक्रम बत्रा की जीवनी, कहानी, निबंध, मूवी | Captain Vikram Batra Biography in Hindi, जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं! यदि आपका कोई सुझाव हो तो भी कमेंट जरूर करें और यदि आप यहां पर अपनी मनपसंद व्यंजन की रेसिपी चाहते हैं तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं, हम कोशिश करेंगे उसकी रेसिपी प्रस्तुत करें! यदि आपको जानकारी अच्छी लगी तो शेयर जरूर करें!



अस्वीकरण:

TOTAL COOKING की HEALTH TIPS कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों से बातचीत और प्रकाशक द्वारा विस्तृत अध्ययन के बाद तैयार किए जाते हैं! संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है! उपरोक्त लेख में उल्लेखित जानकारी को किसी प्रकार की शारीरिक संबंधी समस्या केे उपयोग में लाने हेतु  चिकित्सीय परामर्श जरुर लें!


यह भी ट्राई करें:

हिमाचली स्टाइल अरबी के पत्रोडे रेसिपी की आसान घरेलू विधि वीडियो के साथ


यदि आपका कोई सुझाव हो तो मुझे ईमेल करें और मेरे द्वारा बताई गई जानकारी व रेसिपी की ईमेल पाने के लिए मुझे, मेरे ब्लॉग पर दिए गए फॉलो बाय ईमेल (FOLLOW BY EMAIL) ऑप्शन पर क्लिक करके सदस्यता ले सकते हैं और आपके इनबॉक्स में मेरे द्वारा पोस्ट की गई व्यंजनों की रेसिपी व हिमाचली संस्कृति एवं धरोहर से जुड़ी ऐतिहासिक जानकारी पा सकते हैं!

यह भी पढ़े: 





टोटल कुकिंग भारतीय शाकाहारी/मांसाहारी व्यंजन, हिमाचली व्यंजन, एक्सप्लोर हिमाचल, बेकरी, कॉन्टिनेंटल, सामान्य जानकारी आदि के बारे में है! हम आपको सीधे हमारे किचन से लघु वीडियो और स्टेप बाय स्टेप फोटो रेसिपी प्रदान करते हैं! दिलचस्प रेसिपी सीखें और अपनी प्रतिक्रिया हमारे साथ साझा करें!

TOTAL COOKING is all about Indian veg/non- veg recipes, Himachali Dishes, Explore Himachal, Bakery, Continental, General Information etc. We provide you with short videos and step by step photo recipes straight from our kitchen. Learn interesting recipes and share your feedback with us.

एक टिप्पणी भेजें

2 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

कृपया कमेंट बॉक्स में कोई भी स्पैम मैसेज न डालें!

Top Post Ad

Below Post Ad

Advertisement