सरसों के तेल के फायदे, उपयोग और नुकसान | Mustard Oil Benefits in Hindi

 

सरसों के तेल के फायदे, उपयोग और नुकसान | Mustard Oil Benefits in Hindi
सरसों के तेल के फायदे, उपयोग और नुकसान | Benefits, Uses and Side Effects of Mustard Oil

सरसों के तेल के 12 फायदे, उपयोग और नुकसान- Benefits, Uses and Side Effects of Mustard Oil, in Hindi

हमारे खानपान में ऐसे बहुत सारे खाद्य पदार्थ है जिनका हम रोजाना इस्तेमाल करते हैं और खाते भी हैं लेकिन संपूर्ण जानकारी के अभाव में हमें उस खाद्य पदार्थ के फायदे उपयोग और नुकसान के बारे में बेहतरी से पता नहीं चल पाता है! हमारी रसोई में सरसों के तेल को सदियों से उपयोग में लाया जा रहा है और आज भी अधिकतर लोग सरसों के तेल का इस्तेमाल अपने खाने में करते हैं ऐसा इसलिए है क्योंकि इससे अनेक स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं लेकिन अधिकतर लोग सिर्फ खाना बनाने के लिए ही सरसों के तेल इस्तेमाल करते हैं, लेकिन सरसों के तेल का इस्तेमाल सिर्फ भोजन बनाने तक ही नहीं है यह हमारे शरीर को बहुत सारी छोटी और बड़ी समस्याओं को दूर करने में भी बहुत मदद कर सकता है!

TOTAL COOKING द्वारा प्रस्तुत लेख में हम आपको सरसों के तेल के फायदे, उपयोग और नुकसान Mustard Oil benefits in Hindi, सरसों के तेल से मिलने वाले फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से बता रहे हैं इसके अलावा आप यह भी जानेंगे कि सरसों के तेल का उपयोग कैसे करना चाहिए? सरसों के तेल में कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं? और साथ ही हम आपको यह भी जानकारी बता रहे हैं की सरसों का तेल कितने प्रकार का होता है और कौन-कौन से स्वस्थ लाभ मिलते हैं! आप यहां पर विस्तार से जानेंगे कि किस तरह से निम्नलिखित फायदे और उपयोग जानकर सरसों के तेल का लाभ अपनी शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी ले सकते हैं!


भारतीय आयुर्वेद में भी सरसों के तेल को बहुत फायदेमंद बताया गया है और इसका इस्तेमाल कई प्रकार की आयुर्वेदिक दवाओं में उपयोग किया जाता है सरसों के तेल को घाव भरने से लेकर जोड़ों के दर्द या कान दर्द जैसी समस्याओं में खूब उपयोग किया जाता है क्योंकि सरसों के तेल में बहुत सारे औषधीय गुण विद्यमान है लेकिन Sarson ka Tel के इतने फायदे होने के बावजूद कुछ नुकसान भी हैं आप इस लेख में आप सरसों के तेल से होने वाले फ़ायदे और नुकसान क्या है? संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं!

आइए सबसे पहले जानते हैं कि सरसों का तेल क्या है और यह हमें कहां से प्राप्त होता है और सरसों का वैज्ञानिक नाम क्या है?:


सरसों का तेल क्या है?- What is Mustard Oil in Hindi

सरसों का तेल सरसों के पौधे से निकलने वाले बीजों से प्राप्त होता है! सरसों के बीजों से तेल निकालने के लिए पुराने समय में कोल्हू और आज के आधुनिक समय में मशीनों द्वारा पीसकर निकाला जाता है! सरसों के पौधे 1 फीट से 3 फीट के बीच में होते हैं और इनमें बहुत सारी शाखाएं होती है जिनकी छोटी-छोटी फलियों में सरसों के बीज (भूरे, लाल और पीले रंग के) होते है!

सरसों के तेल के फायदे, उपयोग और नुकसान | Mustard Oil Benefits in Hindi
सरसों का तेल 


सरसों का वैज्ञानिक नाम और अन्य भाषाओं में नाम- Scientific name of mustard and name in other languages

सरसों क्रूसीफेरी (ब्रैसीकेसी) कुल का द्विबीजपत्री, एकवर्षीय शाक जातीय पौधा है! जिसे विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है! सरसों के पौधे हरे रंग वाले 1 से 3 फीट तक होते हैं और फूल पीले रंग के होते हैं जो बाद में छोटी-छोटी फलियों में परिवर्तित होकर सरसों के बीज तैयार करते हैं! आइए जानते हैं सरसों का वैज्ञानिक नाम और विभिन्न भाषाओं में नाम क्या है?

•सरसों का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name): ब्रेसिका कम्प्रेसटिस  (Brassica Kampresatis)

•अंग्रेजी में (English Name): मस्टर्ड (Mustard seeds)

•हिन्दी में (Hindi Name): सरसों (Sarson Dana)

मराठी  में (Marathi Name): मोहरीच (Morich)

•मलायम  में (Malyalam Name):  कदुगेना (Kadugena)

•तेलुगु में (Telagu Name): अवन्यून (Avanyoon)

उपयोगी भाग: सरसों के बीजों से सरसों का तेल मशीनों में पीसकर निकाला जाता है!

भौगोलिक विवरण: सरसों के तेल का पूर्वी और उत्तर भारत, बांग्‍लादेश एवं नेपाल में खाना पकाने के लिए  इस्‍तेमाल किया जाता है!

रोचक तथ्‍य: सरसों के तेल का विभिन्‍न त्‍योहारों और अवसरों पर  इस्‍तेमाल किया जाता है! भारतीय आयुर्वेद के अनुसार सरसों के तेल  को पारंपरिक और सांस्‍कृतिक महत्‍व दिया जाता है और बहुत सारी आयुर्वेदिक औषधियों में इस्तेमाल किया जाता है इसके अलावा भारतीयों के सबसे बड़े त्यौहार दीपावली पर फोटो का तेल दिए (तेल के दीप) जलाने में भी इस्तेमाल होता है!

सरसों के पुष्प का चित्र- Picture of Mustard Flower:

सरसों के तेल के फायदे, उपयोग और नुकसान | Mustard Oil Benefits in Hindi
सरसों के पुष्प का चित्र

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आइए आप जानते हैं सरसों का तेल कितने प्रकार का होता है:जानिए सरसों के तेल के प्रकारों के बारे में

सरसों का तेल कितने प्रकार का होता है?- Types of Mustard Oil in Hindi

सरसों के तेल के कई प्रकार होते हैं, जो निम्नलिखित हैं:

ग्रेड-1 (कच्ची घानी) : सरसों के तेल का यह सबसे शुद्ध रूप है और इसे आमतौर पर कच्ची घानी सरसों का तेल के नाम से जाना जाता है! इसकी शुद्धता की वजह से ही भारतीय व्यंजन तैयार करने में अधिकतर महिलाएं कच्ची घानी सरसों के तेल का इस्तेमाल करती है क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है!

ग्रेड-2 : सरसों के तेल का यह प्रकार थेरेपी के लिए इस्तेमाल किया जाता है इस तेल का उपयोग भोजन बनाने में इस्तेमाल नहीं किया जाता है!

रिफाइंड सरसों का तेल : सरसों के तेल का या प्रकार स्वाद में कड़वा होता है और रिफाइंड सरसों का तेल काले, भूरे या सफेद सरसों के बीजों से मशीनों के जरिए निकाला जाता है! इस प्रकार के तेल का इस्तेमाल भारतीय व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है!

सरसों के तेल के फायदे, उपयोग और नुकसान | Mustard Oil Benefits in Hindi

सरसों के पौधे का चित्र- Picture of Mustard Plant:

सरसों के तेल के फायदे, उपयोग और नुकसान | Mustard Oil Benefits in Hindi
सरसों के पौधे का चित्र


आइए आप जानते हैं सरसों के तेल में कौन-कौन से पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं जिनका सेवन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है:

सरसों के तेल में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व- Mustard Oil Nutritional Value in Hindi:

सरसों के तेल के गुण में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं और इसमें कई तरह के पोषक तत्व शामिल है, आपकी सुविधा के लिए नीचे सूची में सरसों के तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्व मूल्य प्रति 100 ग्राम दर्शाए गए हैं जिन्हें आप आसानी से समझ सकते हैं!

पोषक तत्व मूल्य प्रति 100gm:
•ऊर्जा: 884 kcal
•टोटल लिपिड (फैट): 100 gm
•फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड: 11.582 gm
•फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड: 59.187 gm
•फैटी एसिड, टोटल पोलीअनसैचुरेटेड: 21.23 gm



आइए, अब जानते हैं सरसों के तेल से हमें कौन-कौन से शारीरिक स्वास्थ्य लाभ मिलते है:

सेहत के लिए सरसों के तेल के फायदे- Health Benefits of Mustard Oil in Hindi:

सरसों के तेल का इस्तेमाल करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है और इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व और औषधीय गुण किस प्रकार से शरीर से जुड़ी समस्याओं के लिए Sarson ka Tel किस प्रकार फायदेमंद है:

1.जोड़ों के दर्द, मांसपेशियों और गठिया के दर्द में फायदेमंद:
सदियों से सरसों का तेल जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए इस्तेमाल होता आया है! घुटनों के दर्द में सरसों के तेल से मालिश करने पर काफी राहत मिलती है! इसके अलावा सरसों के तेल का इस्तेमाल गठिया और मांसपेशियों में होने वाले दर्द से निजात पाने के लिए भी फायदेमंद होता है क्योंकि सरसों के तेल में पाए जाने वाला बहुमूल्य पोषक तत्व ओमेगा-3 फैटी एसिड, जोड़ों के दर्द और गठिया की समस्या को कम करने में काफी साबित होता है!

2.त्वचा की देखभाल में फायदेमंद:
सरसों का तेल त्वचा को सूर्य की रोशनी से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों और पॉल्यूशन से बचाओ करने में काफी फायदेमंद है क्योंकि सरसों के तेल में विटामिन-ई की भरपूर मात्रा पायी जाती है, जो त्वचा को अंदर से पोषण प्रदान करने और त्वचा की नमी बनाए रखने में लाभदायक होता है इसके अलावा आप त्वचा और चेहरे पर सरसों के तेल में हल्दी और बेसन को मिलाकर लगाने से त्वचा के ऊपर जमने वाली गंदगी साफ होती है, नियमित इस्तेमाल करने पर इससे त्वचा में निखार आने लगता है अधिकतर महिलाएं आज भी त्वचा की देखभाल के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल करती है!

3.भूख बढ़ाने में फायदेमंद:
जिन लोगों को भूख न लगने या कम भूख लगने की समस्या रहती है उन्हें सरसों के तेल में भोजन पका कर सेवन करना चाहिए क्योंकि सरसों का तेल अपने बहुमूल्य गुणों के चलते हमारे पेट में ऐपिटाइजर के रूप में कार्य करता है, जिससे भूख खुलने लगती है! इसके अलावा अपने खाद्य भोजन में सरसों का तेल इस्तेमाल करने से पाचन शक्ति भी चुस्त-दुरुस्त रहती है!

4.अस्थमा से राहत पाने में फायदेमंद:
अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए सरसों के तेल का सेवन करना काफी फायदेमंद रहता है क्योंकि सरसों के तेल में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होता है जो अस्थमा के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है इसके अलावा दौरा इत्यादि पड़ने पर भी सरसों का तेल सीने पर मालिश करने से काफी लाभ मिलता है!

5.दांत दर्द से राहत पाने में फायदेमंद:
दांतों के दर्द की समस्या भी काफी पीड़ादायक होती है ऐसे में दर्द को कम करने के लिए सरसों के तेल को नमक में मिलाकर मसूड़ों पर हल्की मालिश करने से दांत का दर्द मसूड़ों की सूजन और दांतो से निकलने वाले खून संबंधी समस्याओं को कम किया जा सकता है! साथ ही दांतों को मजबूत बनाये रखने व दांतों के पीलेपन को भी दूर करने में सरसों का तेल काफी सहायक माना जाता है!

6.रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) बढ़ाने में फायदेमंद:
रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को बढ़ाने के लिए सरसों के तेल का सेवन लाभदायक होता है, स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय है कि सरसों का तेल शरीर के अंदरूनी हिस्से की कमजोरी को दूर करने में काफी सहायक होता है और सरसों के तेल से बने भोजन का सेवन करने से शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायता मिलती है! इसके अलावा आप नियमित सरसों के तेल से शरीर पर मालिश करें तो ढेर सारे रोग दूर रहते हैं!

7.कान दर्द में शीघ्र लाभ पाने में फायदेमंद:
कान दर्द में शीघ्र लाभ पाने के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल पुराने समय से होता आया है और अक्सर कान के दर्द को ठीक करने के लिए सरसों के तेल का उपयोग किया जाता है, और शीघ्र फायदा मिलता है! ऐसे में जिन लोगों को कान दर्द की समस्या रहती है उन लोगों को कान में 3-4 बूंदें हल्का सा गरम सरसों का तेल इस्तेमाल कर शीघ्र लाभ पा सकते हैं!

8.वजन कम करने में फायदेमंद:
सरसों का तेल शरीर का वजन कम करने में भी काफी फायदेमंद माना जाता है क्योंकि सरसों का तेल शरीर का मोटाबॉलिज्म रेट बढ़ा देता है, जो वजन को कम करने में काफी सहायक होता है! मोटापे की समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपने भोजन में नियमित सरसों के तेल का उपयोग करना चाहिए!

9.रूखी त्वचा और फटे होंठ ठीक करने में फायदेमंद:
सर्दियों के मौसम में सबसे ज्यादा समस्या रूखी त्वचा और फटे होंठ को लेकर होती है ऐसे में सरसों का तेल फटे होठों को ठीक करने के लिए लिप बाम का काम करता है और जबरदस्त फायदा मिलता है इसके अलावा सरसों का तेल रूखी त्वचा को मुलायम बनाने में भी काफी कारगर साबित होता है सर्दियों में सरसों का तेल फटे होठों और रूखी त्वचा को जल्द ठीक करने में सक्षम है और इसका इस्तेमाल करने से होंठ मुलायम बने रहते हैं !

10.कैंसर से बचाव में भी फायदेमंद:
कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचाव में भी सरसों के तेल का सेवन फायदेमंद रहता है! स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा किए गए शोध के अनुसार सरसों के तेल का उपयोग करने से कैंसर का खतरा कम होता है क्योंकि शोध में पाया गया है कि सरसों के तेल में एंटी- कैंसर गुण होते है, जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं की खपत को कम करने में बहुत सहायक होते है!

11.फंगल संक्रमण और अन्य त्वचा संक्रमण के बचाव में फायदेमंद:
फंगल संक्रमण से बचाव के लिए सरसों के तेल का सेवन फायदेमंद होता है क्योंकि सरसों के तेल में पाया जाने वाला एलिल आइसोथियोसाइनेट नामक तत्व, एंटी फंगल संक्रमण होने के कारण उत्पन्न होने वाले कवक के विकास को रोकता है! इसके अलावा सरसों का तेल त्वचा पर चकत्ते और अन्य त्वचा संक्रमण के बचाव में भी सहायक होता है!

12.बालों के लिए बहुत फायदेमंद:
बालों के लिए सरसों का तेल रामबाण औषधि है और जबरदस्त फायदे मिलते हैं बालों के लिए विटामिन ई की जरूरत पड़ती है और जो सरसों के तेल में भरपूर मात्रा में पाई जाती है! विटामिन ई बालों को काला, लम्बा, मजबूत और घना बनाने  में सहायक होता है! बेहतर परिणाम के लिए सरसों के तेल में नींबू का रस मिलाकर बालों में मालिश करने से यह बालों को लम्बा, घना और मजबूत बनाये रखने के साथ रुसी को भी ख़त्म करने में भी सहायक होता है! नियमित सरसों का तेल बालों में इस्तेमाल करने से बाल नहीं झड़ते हैं और घने तथा मुलायम बने रहते हैं!

आइए, अब जानते हैं सरसों के तेल का उपयोग कैसे-कैसे किया जा सकता है, इसकी संपूर्ण जानकारी निम्नलिखित है!

सरसों के तेल का उपयोग – How to Use Mustard Oil in Hindi

पुराने समय से ही भारतीय व्यंजन व अन्य पारंपरिक व्यंजन बनाने में सरसों का तेल इस्तेमाल किया जाता है!हालांकि सरसों के तेल को आप कई तरह के व्यंजन तैयार करने के लिए इस्तेमाल कर सकते है! सरसों के तेल के बहुतायत इस्तेमाल होने के अलावा भी इस तेल को अन्य तरीके से उपयोग में लाया जा सकता है! इसकी संपूर्ण जानकारी हम नीचे विस्तार से दे रहे हैं:

सरसों के तेल का उपयोग कैसे करें?- How to use Mustard Oil? in Hindi:

सरसों के तेल का उपयोग आप निम्नलिखित तरीके अपनाकर कर सकते हैं:

•सरसों का तेल शाकाहारी और मांसाहारी आहार बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है.

•सरसों के तेल का इस्तेमाल अनेकों किस्म के अचार बनाने में भी किया जा सकता है.

•सरसों के तेल का इस्तेमाल आप नींबू और शहद के साथ सलाद में डालकर भी उपयोग कर सकते है.

•सरसों के तेल का इस्तेमाल दाल तैयार होने उपरांत तड़का/छौंक लगाने में भी कर सकते हैं.

•गोभी मंचूरियन व नूडल जैसे चाइनीज खाद्य सामग्री में भी आप सरसों के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं हालांकि इस्तेमाल से पहले तेल को अच्छे से गर्म कर ले!

•उपरोक्त तरीकों के अलावा आप सरसों के तेल का इस्तेमाल नियमित तौर पर अपने बालों और त्वचा के लिए भी कर सकते हैं!

सरसों के तेल का कितना उपयोग करें?-How much mustard oil to use? in Hindi:

वैसे तो सरसों तेल को इस्तेमाल करने की कोई निश्चित मात्रा नहीं है, आप इसे नियमित तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन इसे हमेशा तय मात्रा अनुसार ही करना ही फायदेमंद रहता है! यदि आप किसी प्रकार की गंभीर शारीरिक समस्या के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल बेहतरी से करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको डॉक्टरी या खाद्य विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार उपयोग कर सकते हैं!

आइए, अब यह जान लेते हैं कि सरसों के तेल को कैसे लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं

सरसों के तेल को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?-How to Store Mustard Oil in Hindi?

सरसों के तेल को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए आप  टेल्को एयरटाइट कंटेनर में स्टोर कर सकते हैं और घर के सामान्य तापमान में रख सकते हैं! जब भी तेल को इस्तेमाल करें तो ध्यान रहे इसमें पानी इत्यादि की बूंदे ना गिरे! इसके अलावा बेहतर होगा कि आप आवश्यकता अनुसार ही सरसों का तेल खरीदें हालांकि बाजार से उपलब्ध तेल में पैकिंग अच्छी होती है और उनमें तेल सुरक्षित रहता है!

सरसों तेल के फायदे, उपयोग और अन्य बहुमूल्य गुण जाने के बाद आइए जानते हैं सरसों के तेल का इस्तेमाल करने से हमें कौन-कौन से नुकसान हो सकते हैं:

सरसों के तेल के नुकसान-  Mustard Oil Side Effects in Hindi:

अक्सर ऐसा होता है कि जिस वस्तु का सेवन करने से हमें फायदा होता है उसके कुछ नुकसान भी होते हैं हालांकि सरसों का तेल इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद माना जाता है लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन करना कुछ समस्याएं उत्पन्न कर सकता है जो निम्नलिखित है:

•सरसों के तेल में इरुसिक नाम का एसिड मौजूद होता है, जो हृदय और फेफड़ों को नुकसान जाने में सक्षम है! विशेषज्ञों द्वारा एक रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि, इरुसिक एसिड हृदय की मांसपेशियों में लिपिडोसिस (ट्राइग्लिसराइड्स का जमाव) का कारण बन सकता है और हृदय के टिशू को भी हानि पहुंचा सकता है!

•सरसों का तेल त्वचा पर इस्तेमाल करने से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है!

•सरसों के तेल में एक और हानिकारक रासायनिक यौगिक होता है जिसे एलिल आइसोथियोसाइनेट कहा जाता है, जो शरीर में जलन का कारण बन सकता है!

•गर्भवती महिलाओं को सरसों के तेल के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इसमें कुछ रासायनिक यौगिक होते हैं जो भ्रूण के साथ-साथ उनके लिए हानिकारक हो सकते हैं.

हालांकि सरसों के तेल के बहुत सारे फायदे हैं और इस बात को भारतीय आयुर्वेद के साथ-साथ डॉक्टरों ने भी माना है! लेकिन फिर भी आप किसी गंभीर समस्या से परेशान हैं तो डॉक्टरी इलाज को प्राथमिकता दें। साथ ही डॉक्टर की सलाह पर ही सरसों का तेल इस्तेमाल करें! हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताई गई जानकारी आपके  लिए उपयोगी साबित होगी!

FAQ

Q.क्या सरसों का तेल विषाक्त (टॉक्सिक) होता है?
हालांकि सरसों के तेल में प्रत्यक्ष रूप से टॉक्सिक नहीं होता, लेकिन इसमें पाए जाने वाले तत्व इरुसिक एसिड की अच्छी मात्रा होती है जिसकी वजह से अत्यधिक मात्रा में सरसों का तेल सेवन करने पर यह विषाक्त (टॉक्सिक) हो सकता है.
Q. Is mustard oil toxic?
Although mustard oil is not directly toxic, it contains a good amount of the element erucic acid, due to which it can be toxic if consumed in excessive amounts.


Q.सरसों तेल की तासीर कैसी होती है?
सरसों का तेल गर्म तासीर का होता है.
Q.What is the effect of mustard oil?
Mustard oil has a hot effect.


Q.सरसों के तेल में कपूर मिलाकर लगाने के फायदे?
सरसों के तेल में कपूर को मिलकर लगाने से घुटनों और जोड़ों के दर्द से जल्द राहत मिल सकती है और इसके अलावा इससे त्वचा में भी निखार भी आता है.
Q. Benefits of applying camphor mixed with mustard oil?
Applying camphor mixed with mustard oil can provide quick relief from knee and joint pain and apart from this it also improves the skin.


Q.सरसों के तेल की मालिश करने से क्या फायदा होते हैं?
शरीर पर सरसों के तेल मालिश करने से रूखी त्वचा से निजात मिलती है और बढ़ती उम्र के प्रभाव को भी कम कर सकता है इसके अलावा ऐसा माना जाता है कि सरसों का तेल नियमित तौर पर मालिश करने से त्वचा चमकदार और टाइट रहती है. कई प्रकार की फंगल संक्रमण से बचाव में भी सरसों के तेल की मालिश फायदेमंद रहती है.
Q.What are the benefits of massaging with mustard oil?
Massaging mustard oil on the body gets rid of dry skin and can also reduce the effects of aging. Apart from this, it is believed that regular massaging of mustard oil keeps the skin shiny and tight.  Mustard oil massage is also beneficial in preventing many types of fungal infections.


Q.कच्ची घानी सरसों का तेल क्या है?
यह सरसों के तेल का एक प्रकार हैयह कोल्ड प्रेस्ड सरसों का तेल होता है, जिसे कच्चे ग्रेड 1 सरसों के तेल के रूप में भी जाना जाता है.
Q.What is Kachchi Ghani Mustard Oil?
It is a variant of Mustard Oil It is Cold Pressed Mustard Oil, also known as Crude Grade 1 Mustard Oil.


Q.क्या हम गीले बालों पर सरसों का तेल लगा सकते हैं?
जी नहीं, सरसों के तेल को गीले बालों में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि गीले बालों में सरसों का तेल लगाने के बेहतर फायदे नहीं मिलेंगे! इसलिए जब भी स्नान करें तो हल्का सा बालों को सूखने दें या तौलिए से पोंछकर सरसों का तेल बालों में लगाना चाहिए.
Q.Can we apply mustard oil on wet hair?
No, mustard oil should not be applied on wet hair, because applying mustard oil on wet hair will not give better benefits!  Therefore, whenever you take a bath, let the hair dry a little or wipe it with a towel and apply mustard oil in the hair.


Q.क्या नियमित रूप से सरसों का तेल लगाने से त्वचा काली पड़ जाती है?
जी नहीं, नियमित तौर पर सरसों का तेल इस्तेमाल करने से त्वचा चमकदार बनती है ना की काली! फिलहाल, सरसों का तेल लगाने से त्वचा काली पड़ जाती है इस बात की पुष्टि करने के लिए किसी तरह का पुख्ता वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है.
Q.Does regular application of mustard oil turn the skin dark?
No, regular use of mustard oil makes the skin shiny and not black!  At present, there is no strong scientific evidence to confirm that applying mustard oil turns the skin black.


Q.मुझे अपने बालों पर सरसों का तेल कितने समय तक लगाए रखना चाहिए?
बालों पर सरसों का तेल लगाकर आप पूरी रात के लिए छोड़ सकते और बेहतर परिणाम मिलते हैं.
Q.For how long should I keep mustard oil on my hair?
You can leave it for the whole night by applying mustard oil on the hair and get better results.


Q.क्या सरसों के तेल की तुलना में रिफाइंड तेल बेहतर है?
नहीं, सरसों का तेल रिफाइंड तेल की तुलना में ज्यादा बेहतर होता है क्योंकि सरसों का तेल  प्राकृतिक तौर पर पैदा होने वाला खाद्य पदार्थ है.
Q.Is refined oil better than mustard oil?
No, Mustard oil is much better than refined oil because mustard oil is a naturally occurring food item.


Q.अगर सरसों के तेल से एलर्जी है, तो कैसे पता चलेगा?
इसके लिए आप अगर बाहरी तौर पर सरसों का तेल  त्वचा पर इस्तेमाल कर रहे हैं तो थोड़ी सी जगह पर लगाकर चेक कर सकते हैं यदि आपको जलन या एलर्जी  हो रही है तो आप इस तेल का इस्तेमाल करना बंद कर सकते हैं और जल्द ही डॉक्टरी सलाह लेकर उपचार करवाएं.
Q.How to know if I am allergic to Mustard oil?
For this, if you are using mustard oil externally on the skin, then you can check by applying it on a small area, if you are having irritation or allergies, then you can stop using this oil and get medical advice soon.  Take treatment.


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अस्वीकरण:

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