वेजिटेबल गार्डन बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? हिंदी में Factors to be take care while making vegetable garden? In Hindi

वेजिटेबल गार्डन बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?  हिंदी में Factors to be take care while making vegetable garden? In Hindi

वेजिटेबल गार्डन बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? हिंदी में What are the Factors to be take care while making vegetable garden? In Hindi 

दोस्तो.. नमस्कार, हमारे दैनिक खानपान में सब्जियों का बहुत बड़ा महत्व है लेकिन आजकल मार्केट में मिलने वाली फल-सब्जियों में मिलावट व ज्यादा खाद से तैयार और बढ़ते प्रदूषण की खबरों से परेशान बहुत सारे लोग अब खुद अपने घर में फल-सब्जियां उगाना चाहते हैं ताकि उनके परिवार को शुद्ध और पौष्टिक भोजन मिल सके!

TOTAL COOKING द्वारा प्रस्तुत लेख वेजिटेबल गार्डन बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? हिंदी में Factors to be take care while making vegetable garden? In Hindi में आपको वेजिटेबल गार्डन बनाने के लिए जरुरी टिप्स विस्तार पूर्वक बता रहे हैं!

क्या आपको लगता है कि बगीचे में सब्ज़ियाँ उगाना मुश्किल है? आज के लेख में हम आपको बता रहे हैं कि ये काम बिल्‍कुल भी मुश्‍किल नहीं है, बस जरूरत है तो मजबूत इच्छा शक्ति और किचन गार्डनिंग के लिए थोडा सा समय! क्यों ना आप एक किचन गार्डन बनाये, और जब आप अपने बगीचे में फल और सब्ज़ियों को निकलते हुए देखेंगे तो आपको बेहद ख़ुशी होगी! वेजिटेबल गार्डन में सब्ज़ियाँ कैसे उगाई जा सकती हैं इसके लिये आपको कुछ तरीकों को अपनाने की जरुरत है!

अगर आप मिट्टी के बारे में कम जानते हैं तो आपको पहले थोड़ी सी जगह पर ही किचन गार्डन बनाना चाहिए आपको सब्जियां घर के इस्तेमाल के लिए तैयार करनी है बाजार में बेचने के लिए नहीं.. इसलिए आप आलू, मूली, पुदीना, हरा धनिया, हरी मिर्च के साथ वेजिटेबल गार्डन शुरू कर सकते हैं!

यदि आप सबसे ताज़ी उपज चाहते हैं, तो अपना खुद का वेजिटेबल गार्डन लगाने पर विचार करें! आइए जानते हैं वह कौन-कौन से जरूरी कदम है जोकि घरेलू वेजिटेबल गार्डन शुरू करते वक्त अपनाने चाहिए! वेजिटेबल गार्डन शुरू करने के लिए 10 कदम:

1.सही जगह का चुनाव करें
बगीचे के लिए एक सही जगह का चुनाव करें जिसमें पर्याप्त धूप आती हो, पर्याप्त जगह हो और आपके नल या पानी के स्रोत के करीब हो! मिट्टी के  कटाव को रोकने में मदद करने के लिए एक समतल जगह खोजें! सब्ज़ियों का बगीचा बनाने की लिए सबसे पहले आपको जगह को अच्छी तरह से खोद कर समतल करना होगा!  अगर आप सलाद के पत्ते लगा रहे हैं तो उसके ऊपर हल्की छाया होनी चाहिए, और वहां की मिट्टी में हलकी नमी होनी चाहिए और अगर आपके पास खुली जगह का कोई भी विकल्प नहीं है तो आप मिट्टी या प्लास्टिक के गमलो  में भी सब्ज़ियाँ उगा सकते हैं!

2.अपनी सब्जियों का चयन करें
सही जगह का चुनाव हो जाने के बाद अब तय करें कि आपकी जलवायु, स्थान, स्वाद और विशेषज्ञता के स्तर के आधार पर किचन गार्डन में क्या क्या शामिल करना है!  यदि आप पहली बार किचन गार्डनिंग कर रहे हैं तो कुछ आसान फसलों को उगाने पर विचार कर सकते हैं, जैसे गाजर, बीन्स, खीरा, मिर्च और मूली इत्यादि!
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3.मिट्टी को अच्छे से तैयार करें
अपने पौधों के लिए मिट्टी को कंडीशन करने के लिए अपने बगीचे में खाद और प्राकृतिक उर्वरक मिलाकर मिट्टी को अच्छे से तैयार कर लें! इसके लिए आप उद्यान विभाग द्वारा मिट्टी की जांच भी करवा सकते हैं और उसके अनुसार मिट्टी के तत्वों को पूरा करने के लिए खाद का इस्तेमाल करके भी मिट्टी को तैयार कर सकते हैं! 

4.रोपण तिथियां जांचें
पौधे और मौसम के आधार पर बढ़ने की स्थिति और पकने का चक्र अलग-अलग होता है, इसलिए आपको एक ही समय में सभी बीज नहीं बोने चाहिए!  बीज के पैकेट पर रोपण तिथियां दर्ज होती है, आप उसके अनुसार भी बीज की रोपाई कर सकते हैं! अधिक जानकारी आप इंटरनेट के माध्यम से भी हासिल कर सकते हैं!

5.सही और उत्तम बीज रोपें
गहराई और दूरी के निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन करते हुए अपने बीजों या पौधों को मिट्टी में रखें! कौन सा पौधा लगाएं? आपको यह पता होना चाहिए कि आप कौन सी सब्ज़ी लगाएंगे! यह भी पता करें कि उन पौधों को किस तरह की देख भाल की जरुरत होती है!

6.जरूरत अनुसार नियमित पानी डालें
बढ़ते मौसम के दौरान मिट्टी को समान रूप से नम रखने के लिए बगीचे को पानी से धीरे से स्प्रे करें! अपने होज़ के लिए एक स्प्रे नोजल खरीदें ताकि आप अपने बगीचे के लिए हल्की बारिश जैसी धुंध बना सकें! पानी के नल को पास में ही लगाये अगर आपने गमले में पौधे लगाये हैं तो उन्हें आप खुद ही पानी दे सकते हैं! लेकिन अगर बगीचा बड़ा है तो पानी की ज्यादा जरुरत पड़ेगी! इसलिए पानी का नल पास में ही लगाये!
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7.खरपतवार दूर रखें
खरपतवार को रोकने के लिए मल्चिंग (घास-पात से ढकना) सबसे प्रभावी तरीका है!  खरपतवारों को अपनी फसलों पर हावी होने से बचाने के लिए अपने बगीचे में जैविक गीली घास की 2 से 4 इंच मोटी परत डालें!  यदि बगीचे में खरपतवार दिखाई देते हैं, तो उन्हें अपने कृषि औजारों की मदद से  पूरी जड़ के साथ निकालना सुनिश्चित करें!

8.अपने पौधों को बढ़ने के लिए पर्याप्त जगह दें
बीज के पैकेट पर स्पेसिंग गाइड की जाँच करें और  गमले को साफ़ करें क्या आप गंदे कमरे में रह सकते हैं नहीं ना! पौधों की आपस में उचित दूरी रखें ताकि उनमें अच्छी ग्रोथ हो सके इसके साथ ही किसी भी तरह का पौधा, गमले में लगाने से पहले उसे अच्छे से साफ़ कर लें!

9.आवश्यकतानुसार खाद डालें
हल्के हाथ से मिट्टी तक और उसे समृद्ध रखने के लिए उर्वरक डालें!  आप तैयार खाद खरीद भी सकते हैं या एप्सम नमक, अंडे के छिलके, सूखी पत्तियां और किचन वेस्टेज जैसी वस्तुओं से अपना खाद खुद तैयार कर सकते हैं! आपको खाद और उर्वरक की जानकारी अच्छे से पता होनी चाहिए! अगर आप बगीचे में सब्ज़ी उगाना चाहते हैं तो कभी खाद को उपयोग करने के निर्देश की अनदेखी ना करें क्योंकि  पैकेट पर उपयोग करने की सारी जानकारी दी गई होती है!

10.जो बोओ वही काटो
सब्जियों की कटाई तब करें जब वे युवा और कोमल हों! लेकिन उन्हें तभी चुनें जब आप उनका उपयोग करने की योजना बना रहे हों!  जैसे ही सब्जियां अपने आकार तक पहुँचती है इस्तेमाल कर लेना चाहिए! अंत में, अपने हाथों से तैयार की गई सब्जियों की फसल का आनंद लें!
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गर्मी और सर्दी के मौसम में उगाई जाने वाली सब्जियों के नाम

गर्मी के मौसम वाली सब्जियां: करेला, भिंडी, घीया, तोरी, टिंडा, लोबिया, ककड़ी आदि! ककड़ी व बैंगन जनवरी के आखिर तक लगा दें, जबकि बाकी सब्जियां फरवरी-मार्च में लगाएं!

सर्दी के मौसम वाली सब्जियां: मूली, गाजर, टमाटर, गोभी, पत्तागोभी, पालक, मेथी, लहसुन, बैंगन, मटर आदि! ये सभी सब्जियां अक्टूबर, नवंबर में लगाई जाती हैं!

किचन गार्डन की शुरुआत कैसे करें?

अगर आपके पास जमीन है तो क्यारी बनाने के लिए जमीन को लगभग 60 से 75 सेंटीमीटर गहरा खोदकर अच्छी तरह से समतल कर ले और 2 दिन तक धूप में खुला छोड़ दें जिससे मिट्टी में मौजूद कीड़े-मकोड़े और फफूंद खत्म हो जाएंगे!
यदि आपके पास जमीन नहीं है तो आप छत पर भी किचन गार्डन बना सकते हैं! अपने घर की छत पर एक एरिया में पॉलीथिन  बिछाकर (पॉलीथिन में कुछ छेद कर दें) ईंटों से घेरकर क्यारी बना लें!
यदि आपके पास जमीन या छत दोनों ही नहीं है तो आप अपना किचन गार्डन, गमलों में ही तैयार कर सकते हैं! आपके घर के जिस बरामदे या बालकनी में धूप आती हो, वहीं पर किचन गार्डन बना सकते हैं!
अगर जगह की बहुत दिक्कत है तो आप पौधों के लिए लकड़ी या लोहे के स्टैंड भी बनवा बनवा कर भी आसानी से सब्जियां तैयार कर सकते हैं!
इसके अलावा घर में बेकार पड़े छोटे और चौड़े प्लास्टिक के कंटेनर, पुरानी बाल्टी, टब आदि को भी सब्जियां उगाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं!
हालांकि मिट्टी के गमलों का टूटने का खतरा होता है फिर भी इन्हें सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि इनमें हवा आरपार होती है! आजकल बाजार में प्लास्टिक के गमले ज्यादा उपलब्ध हैं लेकिन पौधों को प्लास्टिक के गमलों में लगाने से बचना चाहिए क्योंकि प्लास्टिक में पौधों का संपूर्ण विकास नहीं हो पाता है!
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किचन गार्डन की मिट्टी कैसे तैयार करें?

आमतौर पर क्यारी या गमलों की तैयारी सितंबर महीने के आखिर और फरवरी महीने के शुरू तक करनी चाहिए! यह सब्जियों की बिजाई के लिए सबसे उत्तम समय होता है!
आप मिट्टी खेतों से मंगाएं या फिर पार्क आदि से भी ले सकते हैं! अगर मिट्टी में कीड़े हैं तो वर्मी कंपोस्ट यानी केंचुए की खाद मिलाएं मिट्टी तैयार करते हुए 2 हिस्से मिट्टी, 1 हिस्सा गोबर की सूखी खाद और 1 हिस्सा सूखी पत्तियों का रखें! इन्हें अच्छी तरह मिला लें। थोड़ी-सी रेत भी मिला लें।
अब तैयार की गई मिट्टी को अच्छी तरह मिक्स करके क्यारी में डाल दें!इसी तरह आप गमलों को भी तैयार कर सकते हैं!
तैयार मिट्टी को गमलों में भरने से पहले गमले के बॉटम में एक छेद होता है वहां पर  छोटे पत्थर का टुकड़ा रख दें, ताकि  पानी डालने के बाद पोषक तत्व बाहर न निकल सके! गमले में मिट्टी भरते समय ध्यान रखें कि गमले का एक तिहाई हिस्सा खाली रहे ताकि पानी और खाद डालने में आसानी हो! अब मिट्टी बीज लगाने के लिए बिल्कुल तैयार है!

खुद तैयार करें कंपोस्ट खाद:

कंपोस्ट यानी कूड़े से बनी खाद जिसे आप आसानी से घर पर तैयार कर सकते हैं वैसे आजकल कंपोस्ट खाद मार्केट में भी उपलब्ध है! खाद तैयार करने के लिए अगर जगह हो तो कच्ची जमीन में एक गहरा गड्ढा खोदें!( या एक बड़ा मिट्टी का गमला लें) इसके तले में लाल मिट्टी, रेत और गोबर की खाद बराबर मात्रा में मिलाकर एक परत डालें!
अब इसके ऊपर किचन से निकलने वाले सब्जियों और फलों के मुलायम छिलके और गूदा डालें! अगर यह कचरा काफी गीला है तो इसके ऊपर सूखे पत्ते या अखबार डालें अब इसके ऊपर मिट्टी की मोटी परत डालकर ढक दें। गड्ढा या गमला भरने तक ऐसा करते रहें! कंपोस्ट खाद तैयार होने में लगभग 3 महीने लग जाते हैं!
अब खुद द्वारा तैयार की गई खाद को मिट्टी के साथ मिलाकर सब्जियां और फल उगाने के लिए इसका इस्तेमाल करें! अब खाली हुए गड्ढे या गमले में दोबारा कंपोस्ट खाद बनाने की प्रक्रिया को दोहराते रहें ताकि किचन गार्डन के लिए खाद की कमी ना हो!

कीड़े मारने की दवा खुद तैयार कर सकते हैं:

कीड़े मारने की दवा खुद भी तैयार कर सकते हैं! गोमूत्र और गाय के दूध वाली लस्सी को एक समान मात्रा में लेकर इसमें थोड़े-से धतूरे के बीज और नीम व आक की पत्तियां कूटकर डाल दें!
सर्दियों के मौसम में 15-20 दिन और गर्मियों के मौसम में 7 दिन इस दवा को बनाने के बाद फिर छान लें और स्प्रे बोतल में भर कर पौधों पर छिड़काव करें! इस दवा से सब्जियों को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़े समाप्त होने के साथ-साथ फंगस इत्यादि भी दूर हो जाता है!
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कुछ और टिप्स

अंडों और फलों के छिलकों को भी मिट्टी में डाल सकते हैं! इससे पौधों को पोषण मिलता है!

लगातार चेक करते रहें की गमलों या क्यारियों की मिट्टी में हवा और पानी अच्छी तरह से मिल रहा है या नहीं इसके लिए पौधों की लगातार देखभाल करें और गुड़ाई जी जरूर करें! गमलों अथवा क्यारी की मिट्टी को हाथ से दबा कर देखें यदि मिट्टी सख्त है तो गुड़ाई करें!

बारिश खत्म होने के बाद हर साल अगस्त-सितंबर में सारे पौधों की जड़ें निकाल दें और उन जड़ों को मिट्टी में ही मिला दें! इसे पौधा बड़ा होता रहेगा लेकिन उसकी जड़ें नहीं फैलेंगी!


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सुनील कुमार SHANDIL 
होटल मैनेजमेंट संस्थान, हमीरपुर
7018822397,96259064
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