कुकिंग और खाना पकाने के विभिन्न तरीके हिंदी में| Cooking and Basic methods of cooking in Hindi)| खाना पकाने का लक्ष्य और उद्देश्य (Aims & objectives of cooking)|10 प्रकार की खाना पकाने की विधि
पाकक्रिया (cooking) : कच्चे खाद्य पदार्थों को खाने योग्य बनाने की कला और तकनीक को पाकक्रिया (cooking) कहते हैं! [The art and technique of making raw foods edible is called cooking.]
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खाना पकाने का लक्ष्य और उद्देश्य (Aims & objectives of cooking)
भोजन में मौजूद जो हानिकारक सूक्ष्मजीव हैं उन को समाप्त करने के लिए भोजन को पकाकर पूर्ण रूप या आंशिक रूप से जीवाणु रहित किया जाता है! खाने को पकाने से उसमे व्यापक स्वाद और विकसित हो उठता है और हानिकारक एंजाइम वाष्प के साथ हवा में उड़ जाते हैं इसके अलावा एक खाद्य सुगंध दूसरे खाद्य सुगंध के साथ मिलकर एक नया रोचक सुगंध पैदा करती है! भोजन को विभिन्न तरीकों से पका कर अलग अलग स्वाद और रूप दिया जाता है!
खाना पकाने के विभिन्न तरीके (Basic methods of cooking)
1.बॉयलिंग (BOILING) : भोजन बनाने की इस तरीके में खाद्य सामग्री को किसी भी तरल में डूबा कर उबाला जाता है इसका तापमान लगभग 100 डिग्री सेल्सियस का होता है और इसमें लगातार बुलबुले निकलते रहते हैं और तरल ऊपर से नीचे की ओर घूमता रहता है और खाद्य सामग्री तरल में डूबी रहती है! हरी सब्जियों को ढक्कन रहित बर्तन में तेजी से उबालना चाहिए जिससे कि उनका रंग ना उड़े और उन में स्थित विटामिन और खनिज नष्ट ना हो! जड़ वाली सब्जियों को ढककर ठंडे पानी से उबालने की क्रिया शुरू करनी चाहिए बॉयलिंग में भी दो तरीके सिमरिंग और ब्लांचिंग हैंं!
1.1सिमरिंग (Simmering) : इसमें खाद्य पदार्थ को पानी के बोलिंग तापमान से थोड़ा सा नीचे पकाया जाता है इसका तापमान लगभग 94 से 99 डिग्री सेल्सियस तक होता है
2.पोचिंग (POACHING) : भोजन बनाने के इस तरीके में खाद्य पदार्थ को पानी के बोलिंग तापमान से थोड़ा सा नीचे पकाया जाता है और इसमें तापमान लगभग 90 डिग्री सेल्सियस से 94 डिग्री सेल्सियस तक बरकरार रहता है और इसमें बुलबुले भी बहुत कम दिखाई देते हैं उदाहरण के तौर पर poached egg
5.ब्राइसिंग (BRAISING) : भोजन बनाने का यह तरीका रोस्टिंग और स्ट्यूइंग की एक संयुक्त विधि है! यह भी ज्यादा समय लेने वाला तरीका है!
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6.1साउते (Saute) : इस प्रक्रिया में खाद्य पदार्थ को कम तेल या फैट में तेज आंच पर जल्दी जल्दी से दो-तीन मिनट तक पकाते हैं! ऐसा करने से खाद्य सामग्री का बाहरी हिस्सा थोड़ा सा सख्त हो जाता है और खाद्य सामग्री में स्वाद आता है इसे स्टर-फ्राइंग (stir-frying) भी कहा जाता है!
6.2शैलो फ्राइंग (Shallow frying/Pan frying) : इसमें तेल का कम इस्तेमाल होता है और खाद्य सामग्री उसमें आधी या उससे भी कम डूबी होती है और उसे पलट पलट कर पकाया जाता है उदाहरण के तौर पर मछली को तलना!
6.3डीप फ्राइंग (Deep frying) : इस प्रक्रिया में खाद्य सामग्री तेल में पूरी तरह डूबी होती है और वह चारों तरफ से समान पकती है जैसे समोसे तलना, पूरी तलना! लेकिन इस प्रक्रिया में खाद्य पदार्थ अत्यधिक तैलिय हो जाता है!
7.रोस्टिंग (ROASTING) :भोजन बनाने के इस तरीके में खाद्य सामग्री को खुली या आग के ऊपर या उसे स्टाकर पकाते हैं रोस्टिंग 4 तरह की होती है:
8.ग्रिलिंग (GRILLING) : भोजन बनाने का यह तरीका लगभग स्पिट रोस्टिंग के समान ही है!खाद्य सामग्री को ग्रिल बार के ऊपर या नीचे रख कर पुकारते हैं जैसे सैलामेंडर में इसके अलावा खाद्य को दो नरम प्लेटों के बीच में रखकर पकाते हैं जैसे सेंडविच ग्रिलर!
9.बेकिंग (BAKING) : खाना बनाने की इस तरीके में सुषमा द्वारा ओवन में खाना बनाया जाता है वह बन के चारों तरफ लगे हुए गर्म रोड से उसके अंदर स्थित हवा गर्म होती है जो उसमें रखी सामग्री को पकड़ता है बेकिंग की प्रक्रिया में तापमान को नियंत्रित किया जा सकता है इसके लिए ओवन में थर्मोस्टेट लगा होता है!
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10.ब्रॉयलिंग (BROILING) : ब्रॉयलिंग को ग्रिडलिंग (Griddling) भी कहते हैं! खाना बनाने की इस तरीके में तवा या ग्रिडिल प्लेट पर किसी सामग्री को भूना जाता है इसमें किसी भी तरह का तेल या फैट इस्तेमाल नहीं होता है उदाहरण के तौर पर जीरा भूनना!
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